हेलो फ्रेंड, मेरा नाम रिया है और मैं छपरा बिहार की रहने वाली हु मैंने इस वेबसाइट पर बहुत सी स्टोरीज पड़ी है और आज मैं अपने जीवन की एक सच्ची कहानी आप लोगो के साथ शेयर करने जा रही हु. के कहानी मेरी यहाँ पर फर्स्ट कहानी है. अगर प्लीज कोई मिस्टेक हो जाए, तो मुझे माफ़ कर दीजियेगा. आई हॉप, आप लोगो को मेरी पहली चुदाई की कहानी पसंद आये. ये कहानी कुछ मंथ पहले की है. सबसे पहले मैं आपको अपने बारे में बता देती हु. मैं फेयर कोम्प्लेशन वाली १८ इयर की लड़की हु और मेरी हाइट ५.५ फिट है और फिगर ३२ – २८- ३४ है और मेरा एक बॉयफ्रेंड है, जिसका नाम मैं बता नहीं सकती अभी. यहाँ मैं उसको सोनू बुला लुंगी. वो १९ साल का है और उसके लंड ६ इंच लम्बा और २ इंच मोटा है. वो थोड़ा काला है, लेकिन बहुत मस्त है.
तो बात मार्च की है, कि मेरे कॉलेज में समर वेकेशन चल रही थी. जिस वजह से मैं घर में ही रहती थी. हमारे रिलेशन को करीब २ साल हो चुके थे, मगर बात किस से आगे नहीं बड़ी थी. पहले मुझे चुदाई में कोई खास इंटरेस्ट नहीं था और मुझे ये बहुत गन्दा लगता था. मैंने सोचा था, कि अपनी सुहागरात पर ही तुद्वाऊगी बट सेक्स की आग ने मुझे पहले ही कली से फूल बना दिया. वेकेशन थे, इसलिए मैं घर पर रहती थी, नेट सर्फिंग करते हुए मुझे पोर्न विडियो मिले और मुझे वो इन्तेरेस्तिंग लगे. फिर मैं इस वेबसाइट पर डेली स्टोरीज पढ़ने लगी. पहले तो मुझे बहुत अजीब फील होता था. या ये बोलू, कि मैं अब काम वासना में जलने लगी थी. पहले तो मैं अपनी चूत को रगड़ कर शांत कर लेती थी. मगर ये आग हर दिन बुझाने के बजाय भड़कती ही जा रही थी. अपने रिलेशनशिप के बारे में बता दू, एकदम नार्मल है और वो मुझे फ्रेंड की तरह ही ट्रीट करता है. मैंने सोनू के साथ किस के अलावा कुछ भी नहीं किया.. ना ही कभी सेक्स चैट की. इसलिए मैं उस से इसके बारे में बात करती हुई शर्माती थी.
फिर एक दिन हमने मिलने का प्रोग्राम बनाया और मैं घर से फ्रेंड के घर जाने का बहाना करके निकली. हम पार्क में मिले शाम का टाइम था, इसलिए कोई ज्यादा लोग भी नहीं थे. फिर उसने कहा, कि मुझे हग करना है. दोस्तों, मेरे लिए तो वो बहुत हसीं मोमेंट था, जब वो मुझे हग कर रहा था. उसका लंड मेरी चूत में सटने लगा था. सेक्स में इंटरेस्ट आ जाने के बाद, मुझे वो बहुत अच्छा लग रहा था. मैं अपनी चूत को रगड़ने लगी और उसमे से पानी रिसने लगा. उसे ये फील हुआ और वो बहुत दूर हो गया. फिर मैंने उसे किस करना स्टार्ट किया और वो मुझे बहुत मज़े से किस कर रहा था. मैं भी पागल हो रही थी. उसने अपना एक हाथ मेरे लेफ्ट बूब पर रखा और धीरे – धीरे से दबाने लगा. फिर पता नहीं उसने क्या सोचा और अपना हाथ हटा लिया. मैंने पूछा – क्या हुआ? जान करो ना प्लीज. तो उसने कहा – नहीं, तुम बुरा मान जाओगी. फिर मैंने कहा – अगर अब नहीं करोगे, तो बुरा मान जाउंगी.
वो फिर से मेरे बूब्स को दबाने लगा और हम लोग इतने ज्यादा सट गए, कि बीच में से हवा भी नहीं पास हो सकती थी. क्या बताऊ दोस्तों, मैंने लाइफ में फर्स्ट टाइम उस फीलिंग को एन्जॉय किया था. हम लोग किस करने में इतने मस्त थे, कि टाइम का पता नहीं चला. अँधेरा गहरा हो जाने के बाद, वहां पुलिस ने चक्कर लगाने शुरू कर दिए थे. पार्क में से हम दोनों जाना नहीं चाहते थे, बट मज़बूरी में जाना पड़ा था उस दिन. फिर तो लोगो ने फ़ोन सेक्स भी करना शुरू कर दिया था. मेरी चूत से बहुत ज्यादा पानी रिसता था, मैं ऊँगली डालती, तो बहुत दर्द होता था मुझे. मैं ये बात उस से कहती, तो वो कहता. टेंशन मत लो.. मैं भी अभी तुम्हारी याद में ही जोर – जोर से मुठ मार रहा हु. कुछ दिन तक इसे ही चला और हम लोग रात भर फ़ोन सेक्स करते. एकदिन उसने मुझसे कहा, कि जान कल सुबह रेडी हो कर आ जाना. कल हम लोग सुहागरात मनाएंगे. आई क्नो, कि ये गलत है. पर तुम चिंता मत करना. मैं तुमसे ही शादी करूँगा. मैं तुमसे बहुत प्यार करता हु. मैंने पहले से ही सोच रखा था, कि हम पहले शादी करेंगे और उसके बाद सुहागरात. लेकिन अब मुझसे रुका नहीं जा रहा है.
मैं बहुत खुश थी. पर डर भी रही थी, कि ये मेरा फर्स्ट टाइम सेक्स था. मुझे पता था, कि पहली बार सेक्स में बहुत तकलीफ होती है. मैं मन ही मन में उसके लंड को इमेजिन कर रही थी और उस रात मुझे एक्स्सित्मेंट के कारण नीद भी नहीं आई. अगले दिन मैं रेडी हुई और वो मेरे घर आ गया. फिर वो बाइक पर मेरा वेट करने लगा था. मैंने पहले ही दिन मम्मी को बता दिया था, कि प्रोजेक्ट के सिलसिले में कॉलेज जाना होगा और मैं उसके साथ बाइक पर एकदम चिपक कर बैठ गयी. मेरे चुचे उसकी पीठ में गड रहे थे. उसने कहा – क्या बात है जान? आज पहली बार ऐसे बैठी हो. मैंने बस – आई लव यू कहा और उसके कंधे पर किस कर दिया. फिर मैंने पूछा – हम लोग कहाँ जा रहे है? तो उसने कहा – मैंने एक रिसोर्ट में कमरा बुक किया है. रूम का नाम सुनते ही, मेरा गीला होने लगा. गाइस आप लोग बोर तो नहीं हो रहे हो ना.. चुदाई का वेट करते – करते… तो प्लीज माफ़ी चाहती हु… चुदाई की असली कहानी तो अब शुरू होगी.
हम लोग वहां पहुचे और रूम में आ गए. उसने दूर बंद किया और फिर मेरे बगल में आके बैठ गया. उसने कहा – जान, ये मेरा फर्स्ट टाइम है. अगर कोई कमी हो तो प्लीज बता देना. नेक्स्ट टाइम उसे दूर कर लूँगा. बट मैं तुम्हारे लिए सिख कर आया हु. मैंने कहा – जान, ये तो मेरा गुड लक है, कि तुम सिर्फ मेरे हो. ऐसे कहते हुए, मैंने उसके गाल पर एक किस कर दिया. उसने मुझे फॉरहेड पर किस किया. फिर उसने मेरे चेहरे को पकड़ा और मेरे पुरे चेहरे पर किस किया. अब उसने मेरे लिप्स को अपने लिप में लेकर लिप लॉक कर दिए और हम लिप लॉक में डूब गये. वो मेरी चूची को ऊपर से ही मसलने लगा और मेरे मुह से सिसकारी निकलने लगी. फिर वो मेरे नेक पर किस करने लगा. ये सब मैंने बस फिल्म में देखा था और आज मेरे साथ रियल में हो रहा था. फिर वो मेरी कमीज़ उतारने लगा. मैंने कहा – मुझे शरम आ रही है. वो मुझ पर हसने लगा और फिर उसने लिफ्ट ऑफ कर दी. उसने कहा – अब ठीक है? मैंने कहा – हाँ. अब आओ. उसने मेरी कमीज़ उतार दी और फिर टेप के ऊपर से ही मेरी चूची को मसलने लगा. अब मेरी आँखे बंद हो रही थी.
फिर उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे टेप को निकाल दिया. धीमी – धीमी रौशनी में मेरे गोरे – गोरे बूब्स चमक रहे थे. वो दो मिनट तक उनको देखता रहा और फिर धीरे – धीरे उनको दबाने लगा. वो पूरी बॉडी पर पर और फेस पर किस कर रहा था. जब वो नैक को चाट रहा था, तो मेरी सिसकारी निकलने लगी थी. फिर मैंने उसका शर्ट, पेंट सब कुछ एक ही झटके में उतार दिया. मैं उसका लंड देखना चाहती थी. मगर वो छुपा रहा था. फाइनली मैंने देख ही लिया. पूरा खड़ा हो चूका था उसका लंड.. उसकी नसे निकल रही थी.. सुपाडा एकदम फुल कर लाल हो गया था. बहुत ही ज्यादा अट्रेक्टिव लग रहा था. फिर उसने मेरे बूब्स को चुसना स्टार्ट कर दिया. आई थिंक यही एक चीज़ है, जो फीमेल को बहुत ज्यादा पसंद आती है. चूत चटवाने से भी ज्यादा. वो एक को दबाता और दुसरे को चूसता. ऐसे करते – करते मैं एकदम गरम हो गयी थी. वो पूरा गरम हो चूका था. उसकी गरम साँसे जब मेरी बॉडी पर लगती, तो एक अजीब सी गुद्गुद्दी मेरी चूत में होने लगती थी.
फिर उसने मेरी चूत को देखा और कहा – जान, गुलाबी – गुलाबी सी ये चीज़ कितनी सुंदर है. तुमसे भी ज्यादा सुंदर. फिर वो अपने एक हाथ से मेरी चूत को सहलाने लगा. उसका हाथ लगते ही, मुझे कुछ लिक्विड सा निकलता हुआ महसूस हुआ. शायद मैं झड चुकी थी. वो मेरी चूत के दाने को मसल रहा था. मैं आनंद के मारे अहहाह अहहाह उम्म्म्म उम्म्म्म बेबी… बेबी किये जा रही थी. फिर मैं भी एक हाथ से उसका लंड दबाने लगी थी. उसमे से अजीब टाइप का कुछ फ्लो हो रहा था. मुझे थोड़ा अन्कोम्फ़ोर्ताब्ल लग रहा था. मगर सेक्स के प्लेजर में सब कुछ भूल गयी थी. उसने कहा, कि जान रेडी हो जाओ. अब हम दोनों एक जिस्म दो जान बनने जा रहे है. मैं सीधे लेट गयी वो मेरे ऊपर सोया. फिर उसने अपना लंड मेरे चूत पर सेट किया और एक हल्का सा धक्का मारा. गीला होने के वजह से वो सेट हो गया. मगर अन्दर नहीं जा रहा था. उसने एक और धक्का मारा और लंड फिसल कर बाहर निकल आया. उसने दौबारा सेट किया.
और मुझे सोरी कहते हुए जोरदार धक्का मारा. लंड का सुपाडा अन्दर घुस गया. मुझे बहुत जोर से दर्द हुआ और ऐसा लगा, कि किसी ने गरम लोहे की रॉड मेरे चूत में डाल दी हो. उसने थोड़ा अन्दर और पेला, तो लंड आधा तक अन्दर चले गया. मुझे बहुत दर्द हो रहा था. मैं जोर से चीखी…. मम्मी… अहह्हहः अहहहः प्लीज निकालो…. निकालो… मैं मर जाउंगी… उसने कहा – जान.. प्लीज थोड़ा सा… उसे भी दर्द हो रहा था.. उसके चेहरे से साफ़ पता चल रहा था. उसने मेरे होठो को अपने होठो में भर लिया और चूसने लगा. दर्द के कारण मेरे आंसू निकल आये थे. उसने वो अपनी जीभ से चाट कर साफ़ कर दिए. दर्द की वजह से मेरा जिस्म काप रहा था. वो मेरे ऊपर सोया था और मैं नीचे से उसका लंड मेरी चूत में घुसा हुआ था. कुछ देर के बाद जब मैं नार्मल हुई, तो उसने हिलाना स्टार्ट किया. लंड मेरी सील तोड़ता हुआ अन्दर तक जा पंहुचा. उसका लंड अन्दर बाहर हो रहा था. एक अजीब सा दर्द हो रहा था. मुझे मगर उस दर्द का मज़ा आ रहा था. वो बस अन्दर बाहर करता गया और मैं अहः अहहाह उम्म्म उम्म्म्म म्मम्म म्य्य्यय्य्य्य बेबी…. प्लीज माय्य्य्यय्य बेबी…. लव यू…. उम्म्म्म उम्म्म्मम्म उम्म्म्म अहहः अहहः करके चीख रही थी.
फिर उसने अपने धक्को की स्पीड बड़ा दी और उसका लंड मेरी चूत में पूरी जड़ तक जा रहा था. मैंने देखा, कि मेरी चूत का दाना फुल चूका था और चुचे भी फुल कर गुब्बारा बन गये थे. वो बीच – बीच में अपनी ऊँगली से दाने को रगड़ रहा था और उनको चूस भी रहा था. कभी मेरे होठो को… मैं सिस्कारिया ले रही थी. मैं पागल हुए जा रही थी और करीबन १० मिनट की चुदाई के बाद, मुझे मेरी बॉडी में सिहरन हुई और मेरे चूत से ढेर सारा पानी निकला. मैंने उसे कस कर पकड़ लिया और वो मुझे किस करने लगा. वो अभी भी नहीं झड़ा था, इसलिए उसने धक्के मारने जारी रखे और चूत लबालब भर गयी थी, इसलिए फच फच फच फच की आवाज़े आ रही थी उसके और मेरे चूत के टकराने से. ५ मिनट बाद, वो तेजी से चोदने लगा और कुछ देर बाद, मुझे कुछ गरम सा महसूस हुआ, वो झड़ चूका था. हम फ़ोनों पसीने से लथपथ थे. जब वो मुझसे अलग हुआ तो मैं उठ गयी. मैंने देखा, कि पूरा बिस्तर खून और कामरस से भीगा हुआ था. मेरी चूत भी फुल गयी थी और खून लगा था. उसके लंड पर भी खूब लगा था. कुछ देर बाद, मैंने उसको कहा – मुझको सुसु करनी है.
तो उसने मुझे उठाया और बाथरूम ले गया. मैंने कहा – आँखे बंद कर लो. तो उसने बंद कर ली और फिर मैंने मूतना स्टार्ट कर दिया. उसकी आवाज़ सुनकर उसने अपनी आँखे खोल ली और मुझे शर्म तो आयी, लेकिन मैं क्या कर सकती थी. मैंने मुझे फिर से उठाया और बाथरूम से बाहर ले आया. फिर वो एक मग में पानी ले आया और मेरी चूत को धोने लगा. उसके हाथ लगते ही, मैं फिर से गरम होने लगी और उसने पहले मेरी चूत को किस किया और फॉर उसके दाने को चाटने लगा. बहुत मज़ा आ रहा था. वो अपनी जीभ से चाट रहा था. जीभ को छेद के अन्दर डाला रहा था. मैं अहहाह अहहाह उम्म्म्म उम्म्म्म म्मम्म अहहहः हाहाहा.. मैं उसके बालो को नौच रही थी. मुझे बहुत दर्द हो रहा था… इसलिए दौबारा चुदवाने की हिम्मत नहीं हुई. मुझसे चला भी नहीं जा रहा था. एक घंटा हम दोनों चिपक कर सोये और फिर उठ कर रेडी हुए और घर आ गये. उसके बाद नार्मल होने में, मुझे ५ दिन लग गये.
उसके बाद हम दोनों की लाइफ पूरी चेंज हो गयी. हम पहले से ज्यादा क्लोज हो गये और जहाँ मौका मिलता, हम किस कर लेटे और बूब्स दबाने और ऊँगली करने लग जाते. इसके बाद मैं ३ बार और उस से चुदवा चुकी हु. मैंने उसका लंड भी चूसा है और वो मुझे बहुत मज़े देता है. अब मेरी चूत भी थोड़ी खुल चुकी है और दर्द ज्यादा नहीं होता है. अब मैं भी मज़े से उस से चुद्वाती हु.. बैठ कर सेक्स करना मुझे बहुत पसंद है. इस तरह से लंड पूरा अन्दर जाता है और ठोकता है. मैं उसके लंड की दीवानी हो चुकी हु. वो भी मेरी चूत का दीवाना है. तो गाइस, ये थी मेरी पहली चुदाई की स्टोरी… प्लीज मुझे जरुर बताना, कि आप लोगो को कैसी लगी…