Desi Kahaniya:
हय फ्रेंड्स! मेरा नाम संदीप है और मैं दिल्ली में रहता हूँ. मेरा लण्ड 6.5 इन्च का है और मेरी हाईट 6.2 फ़ीट शरीर सामान्य.
तो फिर बात ऐसी है कि मेरी कोई गर्ल-फ़्रेन्ड नहीं है और मैं अक्सर अपने फ्रेंड्स की गर्ल-फ़्रेन्ड को देख कर परेशान सा होया करता था कि भगवान् मेरी कब सुनेगा. लेकिन उसक घर देर है पर अंधेर नहीं है.
अचानक मेरी नजर एक लड़की पर पड़ी जोकि हाईट में मुझ से बहुत छोटी थी मैंने मन ही मन कहा कि क्या माल है लेकिन फिर कहा कि यार ये तो अभी छोटी है लेकिन मैं ग़लत था उसकी हाईट ही बस छोटी थी बाकि और सब बड़े बड़े कसे हुए थे. मैंने कहा यह लड़की अगर मेरी फ्रेंड बन जाए तो क्या बात है और इतिफाक से वोह मेरे घर की तरफ़ ही आ रही थी।
मैंने देखा उसकी क्या गांड थी मानो दो ढोल. बाद में पता चला कि वोह मेरे आंटी के यहाँ काम करने आती है फिर क्या था सरदार बहुत ही खुश हुआ. और चोदने के प्लान बनाने लगा।
एक दिन वोह मेरे घर से गुजर रही थी मैंने बड़ी हिम्मत कर के उससे उसके फिगर के बारे मैं कह दिया। वोह सुनकर स्माईल देकर चली गई।फिर क्या था- जो हँसी उसकी फटी. अगले दिन मैं उसका घर के बाहर वेट कर रहा था तो मैंने पाया कि आज कुछ अलग ही लग रही थी, देखा तो पाया कि वो टाईट सूट पहने वो आ रही है. मैं मुस्कुराया और वो भी।
मैंने कहा कि एक जगह काम करना है उसने कहा कि कहाँ? मैंने कहा- मेरे घर। उसने कहा कि ठीक है। मैंने कहा कि ओके ! तुम कल से काम पर लग जाओ, कल 10:00 बजे से।
“ओके” उसने सर हिलाकर मान लिया.
फिर क्या था वो आई मैंने गेट खोला तो पाया कि एक लाल रंग का टॉप और नीले रंग की जीन्स पहने वो खड़ी थी। मैं देख कर हैरान था। उसने कहा कि अन्दर नहीं आने दोगे?
इशारा करते मैंने मन में कहा कि आज तेरी मैया चुद गई. फिर क्या था… ???
मैंने उसे घर दिखाने के बहाने अपनी गोदी में उठा लिया था। क्योंकि वो मुझ से हाईट में छोटी थी न इसी लिए। और फिर उसे कमरे में ले जाने लगा।
वो बोली क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- कुछ नहीं और जल्दी से कमरे में लाकर कुण्डी लगा दी
वो रोने लगी और उसे देख कर मेरी भी गांड फटने लगी
मैंने कहा- मैं तुम्हारे साथ कुछ भी नहीं करूँगा अगर तुम मुझ से प्यार नहीं करतीं तो!
उसने कुछ नहीं कहा और मैं समझ गया था। मैंने उसे लेट जाने को कहा और कहा मैं तुम्हारे साथ करना चाहता हूँ
फिर उसने कहा कि तो करो न…
मैंने कहा कि ले मेरी जान !
मैंने उसका टॉप के ऊपर उसके 2 रसगुल्ले जैसे बूब्स दबाने शुरू किए और वोह सिसकियां लेने लगी।
फिर क्या था मैंने अपना हाथ उसकी ब्रा में डाल दिया। क्या मजा था यारो ! मानो- या- ना -मानो ! बहुत ही अच्छा लगा।
मैंने पहली बार बूब्स का स्वाद जो लिया था न
मैंने कहा तुम मेरे सारे कपड़े उतार दो।
वो हँसी और बोली पहले मेरे तो उतार दो।
मैंने कहा लो मेरी जान। और मैंने उसे नंगी कर दिया उस बिना झांट वाली चूत क्या लग रही थी।
फिर क्या था वोह भी मेरे सारे कपड़े उतारने लगी और जब उसका हाथ मेरे लण्ड पर गया तो वो सिहर सी गई।
मैंने कहा- क्या हुआ मेरी जान वो बोली कुछ नहीं !
फिर मैंने उसे लेट जाने को कहा, और उसने ठीक वैसा ही किया। मैंने पहले तो 20 मिनट तक उसकी बिना बाल वाली चूत चाटी और फिर मैंने अपना लन उसके मुह में पेल दिया उसे भी स्वाद सा आया फिर मुझे अचानक गुस्सा सा आया और मैंने अपना लण्ड उसकी चूत में डाल दिया और इतनी जोर से धक्के मारने लगा कि उसकी इतनी जोर से चिल्ली निकली कि मेरे दोनों कान फ़ट से गये। मैंने धक्के मारने बंद कर दिए और उसके बूब्स दबाने लगा और किस करने लगा।
फिर अचानक उसे भी मजा आने लगा। मैं समझ गया था और मैंने जोर से धक्के मारने फिर से शुरू कर दिए इतनी जोर से मैंने धक्के मारे कि सिर्फ़ 2 धक्कों में मैंने उसकी आई एस आई सर्टिफ़ाईड चूत फाड़ दी. और पूरे कमरे में फचा फच की आवाज आ रही थी। उस दिन घर वाले भी कहीं बाहर गए हुए थे। और फिर चोद-चुदाई 20 मिनट तक चली और उसके बाद हम दोनों एक साथ ही झडे मैंने अपना तेजाब उसके मुह में और उसने अपना जलजीरा मेरे मुह में छोड़ दिया. फिर हम दोनों नहाने गए और नहाते हुए हम दोनों तो बस आपस में एक दूसरे को किस करते रहे।