अह्ह्ह भैया… मुझे माँ बना दो (Bhai Bahen ki chudai)
गाँव की गलियों में धूल उड़ती थी, और सूरज ढलने को था। राधा, उम्र बमुश्किल बीस साल, अपने घर के आँगन में खड़ी थी। उसकी आँखों में एक अजीब सी चमक थी, जैसे कोई गहरा राज़ छुपा हो। उसका भाई, रमेश, जो उससे पाँच साल बड़ा था, खेत से लौटा था। उसकी कमीज पसीने से …